छुआ तूने बैगाया मैं हीरिय जो आब तक किसने ना किय इश्क ऐसा इश्क ऐसा चाहिए ऐसी दीवानगी से मैं चाहूँ तुझ जैसे पहले दफा कोई पागल हुआ हुआ मैं हुआ मैं हुआ म धुवा से मैं उठ जू तेरा हुआ म हुआ मैं हुआ मैं रंजन हुआ मैं हुआ म